मधुमेह के रोगियों के लिए मूंगफली के क्या फायदे है?
मधुमेह के रोगियों के लिए मूंगफली के क्या फायदे है?
मूंगफली में भरपूर मात्रा में प्रोटीन और फाइबर पाया जाता है. टाइप-2 डायबिटीज के मरीजों के लिए मूंगफली बहुत फायदेमंद होती है. रोजाना मूंगफली के सेवन से वजन कम होने के साथ दिल संबंधी बीमारी होने का खतरा भी कम होता है. डायबिटीज के मरीजों को मूंगफली के सेवन से बहुत फायदा पहुंचता है, क्योंकि ये डायबिटीज के मरीजों में ब्लड शुगर के लेवल को नॉर्मल रखती है.
मूंगफली खाने के फायदे
मूंगफली कई पौष्टिक तत्वों से भरपूर होती है। सर्दी-जुकाम ठीक करने से लेकर, कोलेस्ट्रॉल नियंत्रित करने, वजन कम करने, ऊर्जा बढ़ाने और पाचन शक्ति तक को बेहतर में मूंगफली खाने के फायदे हैं।
1. ब्लड शुगर के लिए मूंगफली के फायदे
बदलती जीवनशैली के साथ कई बीमारियां आम हो चुकी हैं। ब्लड शुगर यानी डायबिटीज भी उन्हीं में से एक है। इस बीमारी का सही वक्त पर पता चलना जरूरी है, नहीं तो इससे शरीर के कई अंग प्रभावित हो सकते हैं, खासकर किडनी। डायबिटीज तीन प्रकार के होते हैं टाइप 1 डायबिटीज, टाइप 2 डायबिटीज और गर्भावधि डायबिटीज । जिन्हें डायबिटीज है या जो लोग इससे बचना चाहते हैं, उन्हें अपनी डाइट में मूंगफली को जरूर शामिल करना चाहिए। मूंगफली में मौजूद मैंगनीज कैल्शियम को अवशोषित करने में मदद करता है। वहीं, वसा और कार्बोहाइड्रेट चयापचय और खून में शुगर की मात्रा को नियंत्रित करने में भी मदद करता है । ऐसे में अगर आप मूंगफली का सेवन नहीं भी करना चाहें, तो बाजार में मिलने वाले पीनट बटर का सेवन कर सकते हैं। पीनट बटर के सेवन से टाइप 2 डायबीटीज का खतरा काफी हद तक कम हो सकता है
2. दिमाग के लिए मूंगफली के फायदे
दिमाग तेज करने के मामले में बादाम खाने की सलाह दी जाती है, लेकिन यही काम सस्ती-सी मूंगफली भी कर सकती है। मूंगफली और पीनट बटर में प्रचुर मात्रा में विटामिन -ई मौजूद होता है। यह शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट है, जो नर्वस मेम्ब्रेन की रक्षा करता है। इसमें मौजूद थायमिन मस्तिष्क और तंत्रिका तंत्र तक ऊर्जा पहुंचाने में मदद करता है। इसके अलावा, मस्तिष्क तक रक्त का प्रवाह भी ठीक रहता है ।
3. कैंसर से बचाव के लिए मूंगफली खाने के फायदे
मूंगफली के सेवन से कैंसर जैसी बीमारी से भी बचा जा सकता है। मूंगफली के सेवन से महिलाओं में होने वाले कोलन कैंसर यानी पेट के कैंसर का खतरा काफी हद तक कम हो सकता है। आप मूंगफली की जगह पीनट बटर भी खा सकते हैं। खासतौर पर महिलाओं को इसका सेवन जरूर करना चाहिए।
4.वजन संतुलित रखने के लिए मूंगफली के फायदे
मोटापे के कारण छोटी-मोटी कई समस्याएं और बीमारियां शरीर को घेर लेती हैं। इसलिए, संतुलित वजन जरूरी है। आप अपनी डाइट में मूंगफली को शामिल कर बढ़ते वजन को रोक सकते हैं। जो महिलाएं सप्ताह में कम से कम दो बार मूंगफली या पीनट बटर खाती हैं, उन्हें मोटापा होने की आशंका उन महिलाओं के मुकाबले कम होती है, जो मूंगफली नहीं खाती हैं।
5.तनाव के लिए मूंगफली खाने के फायदे
व्यक्ति को तनाव तब होता है, जब शरीर में सेरोटोनिन का स्तर कम हो जाता है, ऐसे में मूंगफली का सेवन काफी फायदेमंद होता है। मूंगफली में ट्रिप्टोफैन पाया जाता है, जो शरीर में सेरोटोनिन के स्तर को बढ़ाता है । इसलिए, मूंगफली के सेवन से मन व दिमाग शांत होता है और तनाव से राहत मिलती है।
मूंगफली खाने additional फायदे:
1. मूंगफली में मौजूद तत्व पेट से जुड़ी कई समस्याओं में राहत देने का काम करते हैं. इसके नियमित सेवन से कब्ज की समस्या दूर हो जाती है.
2. मूंगफली खाने से शरीर को ताकत मिलती है. इसके अलावा ये पाचन क्रिया को भी बेहतर रखने में मददगार है.
3. गर्भवती महिलाओं के लिए मूंगफली खाना बहुत फायदेमंद होता है. इससे गर्भ में पल रहे बच्चे का विकास बेहतर तरीके से होता है.
4. ओमेगा 6 से भरपूर मूंगफली त्वचा को भी कोमल और नम बनाए रखता है. कई लोग मूंगफली के पेस्ट का इस्तेमाल फेसपैक के तौर पर भी करते हैं.
5. मूंगफली खाने से दिल से जुड़ी बीमारियां होने का खतरा कम हो जाता है.
6. मूंगफली के नियमित सेवन से खून की कमी नहीं होने पाती है.
7. बढ़ती उम्र के लक्षणों को रोकने के लिए भी मूंगफली का सेवन किया जाता है. इसमें मौजूद एंटी-ऑक्सीडेंट बढ़ती उम्र के लक्षणों जैसे बारीक रेखाएं और झुर्रियों को बनने से रोकते हैं.
8. इसमें कैल्शियम और विटामिन डी की पर्याप्त मात्रा होती है. ऐसे में इसके सेवन से हड्डियां मजबूत बनती हैं.
मूँगफली (peanut, या groundnut ; वानस्पतिक नाम : Arachis hypogaea) एक प्रमुख तिलहन फसल है। मूँगफली वानस्पतिक प्रोटीन का एक सस्ता स्रोत हैं। इसमें प्रोटीन की मात्रा मांस की तुलना में १.३ गुना, अण्डों से २.५ गुना एवं फलों से ८ गुना अधिक होती है। और इसमें 45% वसा (फैट) होता है ।
मूँगफली वस्तुतः पोषक तत्त्वों की अप्रतिम खान है। प्रकृति ने भरपूर मात्रा में इसे विभिन्न पोषक तत्त्वों से सजाया-सँवारा है। 100 ग्राम कच्ची मूँगफली में 1 लीटर दूध के बराबर प्रोटीन होता है। मूँगफली में प्रोटीन की मात्रा 25 प्रतिशत से भी अधिक होती है, जब कि मांस, मछली और अंडों में उसका प्रतिशत 10 से अधिक नहीं। 250 ग्राम मूँगफली के मक्खन से 300 ग्राम पनीर, 2 लीटर दूध या 15 अंडों के बराबर ऊर्जा की प्राप्ति आसानी से की जा सकती है। मूँगफली पाचन शक्ति बढ़ाने में भी कारगर है। 250 ग्राम भूनी मूँगफली में जितनी मात्रा में खनिज और विटामिन पाए जाते हैं, वो 250 ग्राम मांस से भी प्राप्त नहीं हो सकता है। मूंगफली में तेल प्रतिशत मात्रा ४५-५५% होता है|
भारत में सिकी हुई मूँगफली खाना काफी प्रचलित है, इसे ‘टाइम पास’ के नाम से भी जानते हैं।
जो लोग टाइम पास के नाम पर मूँगफली का सेवन करते हैं, उनमें से अधिकतर इसके गुणों के बारे में नहीं जानते और अनजाने में ही कई पौष्टिक तत्व ग्रहण कर लेते हैं, जो उनके शरीर के लिए काफी फायदेमंद रहते हैं।
मूँगफली में प्रोटीन, चिकनाई और शर्करा पाई जाती है। एक अंडे के मूल्य के बराबर मूँगफलियों में जितनी प्रोटीन व ऊष्मा होती है, उतनी दूध व अंडे से संयुक्त रूप में भी नहीं होती।
इसकी प्रोटीन दूध से मिलती-जुलती है, चिकनाई घी से मिलती है। मूँगफली के खाने से दूध, बादाम और घी की पूर्ति हो जाती है।
मूँगफली शरीर में गर्मी पैदा करती है, इसलिए सर्दी के मौसम में ज्यादा लाभदायक है। यह खाँसी में उपयोगी है व मेदे और फेफड़े को बल देती है।
भोजन के बाद यदि 50 या 100 ग्राम मूँगफली प्रतिदिन खाई जाए तो सेहत बनती है, भोजन पचता है, शरीर में खून की कमी पूरी होती है और मोटापा बढ़ता है।
इसे भोजन के साथ सब्जी, खीर, खिचड़ी आदि में डालकर नित्य खाना चाहिए। मूँगफली में तेल का अंश होने से यह वायु की बीमारियों को भी नष्ट करती है।
मुट्ठीभर भुनी मूँगफलियाँ निश्चय ही पोषक तत्वों की दृष्टि से लाभकारी हैं। मूँगफली में प्रोटीन, केलोरिज और विटामिन के, इ, तथा बी. होते हैं, ये अच्छा पोषण प्रदान करते हैं।